आपने कभी सुना है कि किसी कंपनी ने अपनी आधी से ज्यादा HR टीम को एक ही बार में नौकरी से निकाल दिया हो। ऐसा ही एक मामला अमेरिका से सामने आया है। यहां की एक टेक फर्म की आधी से ज्यादा HR टीम को मैनेजर से नौकरी से निकाल दिया। ये एक्शन इसलिए लिया गया क्योंकि 3 महीने से ज्यादा वक्त बीत जाने पर भी HR विभाग एक अच्छे कैंडिडेट को नहीं ढूंढ पा रहा था।
बोलिविया के एक टेक लीड (कंपनी मैनेजर) ने कंपनी के HR सिस्टम में लूप खोजा था। उसने अपना नाम और ईमेल बदलकर कंपनी को नौकरी के लिए अपनी रेज्यूम भेजा था। लेकिन कंपनी के Applicant Tracking System (ATS) ने उसका रेज्यूम रिजेक्ट कर दिया। तब सामने आया कि HR टीम ढंग से काम ही नहीं कर रही है।
रेडिट पर मैनेजर के एप्लीकेशन रिजेक्ट के फोटो शेयर किए गए हैं। इसमें नजर आ रहा है कि एप्लीकेशन मेल भेजने के तुरंत बाद ही एप्लीकेशन रिजेक्ट का मेल आया है।
रेडिट पोस्ट में मैनेजर ने बताया कि कैसे उन्होंने एक अलग नाम से मेल बनाया और सिस्टम के जरिए से अपने रिज्यूमे का एडिट वर्जन मेल किया।
मैनेजर ने कहा- मैंने अपने लिए एक नया ईमेल बनाया और उन्हें एक नकली नाम के साथ अपने सीवी का एडिट वर्जन मेल किया। ताकि देख सकूं कि HR प्रोसेस में चल क्या रहा है। मुझे ऑटो रिजेक्ट कर दिया गया।
मैनेजर ने लिखा- मैं उस पोस्ट के लिए सबसे ज्यादा काबिल थी, लेकिन बिना किसी ह्यूमन इंटरफेयर के मेरा मेल रिजेक्ट कर दिया गया। इस गलती की HR ने अनदेखी की।
मैनेजर के मुताबिक, उन्होंने इस घटना के संबंध में अपने वरिष्ट अधिकारियों को बताया। इस मामले पर एक्शन हुआ और आधे से ज्यादा HR टीम के सदस्यों को नौकरी से निकाल दिया गया।
मैनेजर के मुताबिक, उन्होंने इस घटना की मेन परेशानी का पता लगाया। उन्हें पता चला कि जॉब लिस्टिंग के लिए एंगुलर एक्सपर्टीज की जरूरत थी, लेकिन सिस्टम एंगुलरजेएस के लिए फिल्टर कर रहा था, जो एक पुराना और पूरी तरह से अलग फ्रेमवर्क था।
समस्या यह थी कि वे एक एंगुलरएस डेवलपर की तलाश कर रहे थे, जबकि हम एक एंगुलर डेवलपर की तलाश कर रहे थे (अलग-अलग फ्रेमवर्क, समान नाम) इस तरह की मूर्खतापूर्ण गलतियों को मिनटों में ठीक किया जाना चाहिए और किया जा सकता है।
सीवी में एंगुलरएस के बिना प्रोफाइल को ऑटो मोड से रिजेक्ट कर दिया गया था। इसलिए हमने सभी संभावित कैंडिडेट्स को खो दिया।
सबसे बड़ी परेशानी यह भी थी कि HR टीम से मैंने जब जॉब प्रोसेस के बारे में जानकारी ली थी उन्होंने सही से जवाब नहीं दिया। कई अच्छे उम्मीदवार शुरुआती स्क्रीनिंग प्रोसेस को ही पास नहीं कर सके जो कि गलत था। HR में काम करने वाले लोग औसत दर्जे और आलसी होते हैं।
मैनेजर की पोस्ट पर नेटिजन्स ने जमकर प्रतिक्रियाएं दी। एक ने लिखा- वे पूरे दिन क्या करते रहते हैं? अगर पूरी प्रक्रिया बिना किसी ह्यूमन इंटरफेयर के ऑटोमेटिक चल रही थी।
दूसरे ने लिखा- उन्होंने इसे ऑटो-रिजेक्ट पर सेट करने के बजाय पोस्ट को हटा क्यों नहीं दिया।
तीसरे यूजर ने लिखा- वाह... सॉफ़्टवेयर को आपके आवेदन की सावधानीपूर्वक समीक्षा करने में पूरे 10 सेकंड लग गए।