
यूरोपियन यूनियन (EU) की खुद के खिलाफ चल रही एंटीट्रस्ट इंवेस्टिगेशन रोकने के लिए अल्फावेट की गूगल (Google) ने बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने EU को अपने एडवाइरटाइजमेंट मार्केट प्लेस (Adx) बेचने का ऑफर दिया, लेकिन EU के पब्लिशर्स को यह ऑफर पसंद नहीं आया। इस मामले से सीधे तौर पर जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है।
यूरोपियन पब्लिशर्स काउंसिल ने EU रेगूलरिटी से गूगल के खिलाफ पिछले साल शिकायत की थी। काउंसिल का आरोप है कि गूगल खुद की एडवाइजमेंट सर्विस का फेवर कर रहा है।
EU पब्लिशर्स का गूगल के ऑफर को स्वीकार नहीं करने का एक कारण ये भी है कि Google Ad Technic सप्लाई चेन के लगभग सभी लेवल पर मौजूद है। इससे कॉन्फिलिक्ट ऑफ इंटरेस्ट हो रहा है।
गूगल के स्पोक्सपर्सन ने कहा- हमारे थर्ड पार्टी के डिस्प्ले एड प्रोडक्ट के बारे में यूरोपीयन कमिशन का मामला एड टेक सेक्टर की गलतियों को लेकर है। ये बहुत कंपिटिटिव होने के साथ ही तेजी से डेवलप हो रहा है। और हम इस बिजनेस को लेकर बहुत ही ज्यादा कमिटेड हैं।
यह पहला मामला है जब गूगल ने किसी एंटीट्रस्ट मामले में अपने एडवाइरटाइजमेंट मार्केट प्लेस (Adx) का हिस्सा बेचने की पेशकश की हो। गूगल अमेरिका में केस का सामना कर रही है। जहां एंटीट्रस्ट अथॉरिटी गूगल को अपना एड मैनेजर प्रॉडक्ट बेचने के लिए मजबूर करना चाहते हैं। इसमें AdX और Google Publisher Product Server शामिल है, जिसे DFP के नाम से जाना जाता है।
EU एंटीट्रस्ट की चीफ मार्ग्रेथ वेस्टगर ने पिछले साल सुझाव दिया था कि कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट को खत्म करने के लिए गूगल को अपने सेल-साइड टूल DFP और Adx को बेचना चाहिए।
AdX या एड एक्सचेंज, एक ऐसा मार्केट है, जहां पब्लिशर्स अपने बचे हुए एड प्लेस को एड करने वाली कंपनियों को रियल टाइम के बेस खरीद के लिए उपलब्ध करा सकते हैं।
गूगल का 2023 का एड रेवेन्यू जिसमें सर्च सर्विसेज, जीमेल, गूगल प्ले, गूगल मैप्स, यूट्यूब, गूगल ऐड मैनेजर, एडमोब और ऐडसेंस शामिल हैं, 237.85 बिलियन डॉलर या कुल राजस्व का 77% है। यह दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल विज्ञापन प्लेटफॉर्म है।