
धरती पर जिसने जन्म लिया है उसे एक दिन मरना है, लेकिन जन्म और मौत की तारीख किसी को पता नहीं होती ।
मगर, एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐप का दावा है कि वो मौत की सटीक भविष्यवाणी कर सकता है। बता सकता है कि संबंधित व्यक्ति की मौत कब होगी।
हालांकि, इस ऐप को बनाने के पीछे का तर्क ये दिया गया है कि यूजर्स अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें। अच्छा जीवन जीएं और लंब समय तक जीवित रहने के लिए प्रयास करें।
दरअसल, ऐप को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि उसमें जब यूजर अपने डेली रूटीन की डीटेल डालता है, जैसे- कब उठना, कब सोना, किस तरह का खाना लेना, किसी तरह का नशा, एक्सरसाइज सहित और भी हेल्थ से जुड़ी जानकारी, तो ऐप इन सबका हिसाब लगाकर यूजर की मौत कब होगी इसकी तारीख देता है। डेथ क्लॉक के लिए साल का 40 डॉलर खर्च करना होगा। ऐप को मोटिव- यूजर को हेल्थ के लिए चेतावनी देना है ।
डेथ क्लॉक के फाउंडर ब्रेंट फ्रैन्सन के मुताबिक, आज की दुनिया में हेल्थकेय आमतौर पर रिएक्टिव होती है। यानी कि जब हमें शरीर में कोई परेशानी होने लगती है तब हम उस पर ध्यान देते हैं। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।
डेथ क्लॉक मेडिसिन 3.0 को रिप्रेजेंट करता है। जहां लोगों को उनके स्वास्थ्य के बारे में भरपूर ज्ञान दिया जाता है। उन्हें लंबे स्वस्थ जीवन का आनंद लेने के लिए अपनी बेहतरी का मैनेजमेंट करना सिखाया जाता है।
App में मौजूद Ghoul Tool लॉन्गेविटी प्लान तैयार करता है। ये प्लान यूजर नौ जो डिटेल दी है उसके बेस पर बनाया जाता है। इसे यूजर के डॉक्टर के साथ भी शेयर किया जा सकता है। App में Blood tests, genetic profiles समेत और भी पर्सनल हेल्थ डॉक्यूमेंट अपलोड किए जा सकते हैं।
CNET की अमांडा कूसर ने डेथ क्लॉक ऐप का टेस्ट किया। उन्होंने बताया ऐप के सवाल कोलेस्ट्रॉल लेवर, नींद, मेंटल हेल्थ के अलावा दिन में कितने घंटे केवल बैठे रहते हैं, इससे जुड़े थे। इसके अलावा डाइटिंग, फिजिकल एक्टिविटी, स्मोकिंग और सोशल लाइफ से जुड़े सवाल भी थे।
कूसर ने ऐप की क्विज में जानबूझकर गलत जवाब दिए। ऐप ने साल 2043 में कूसर की डेथ होने की बात कही।